Board Exams: भारत में होनें वाली बोर्ड परीक्षाऐं और उनका महत्व
हिंदुस्तान में, बोर्ड परीक्षाएँ मानकीकृत परीक्षाएँ हैं जो छात्र अपनी 10वीं और 12वीं कक्षा के अंत में लेते हैं। ये परीक्षाएँ छात्रों की शैक्षणिक प्रगति और उच्च शिक्षा के लिए पात्रता निर्धारित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
केंद्रीय बोर्ड
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE):
- कक्षा 10 (माध्यमिक विद्यालय परीक्षा): जिसे आमतौर पर "10वीं बोर्ड परीक्षा", UP BOARD EXAM या "मैट्रिकुलेशन परीक्षा" के रूप में जाना जाता है।
- कक्षा 12 (वरिष्ठ विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा): जिसे "12वीं बोर्ड परीक्षा" या "इंटरमीडिएट परीक्षा" के रूप में जाना जाता है।
- CBSE को भारत और विदेशों में अपनी व्यापक स्वीकृति के लिए जाना जाता है। पाठ्यक्रम को व्यापक माना जाता है और इसे अक्सर JEE और NEET जैसी प्रवेश परीक्षाओं के लिए प्राथमिकता दी जाती है।
भारतीय विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा परिषद (CISCE):
- कक्षा 10 के लिए भारतीय माध्यमिक शिक्षा प्रमाणपत्र (ICSE)।
- कक्षा 12 के लिए भारतीय विद्यालय प्रमाणपत्र (ISC)।
- CISCE अपने कठोर पाठ्यक्रम और अंग्रेजी भाषा प्रवीणता पर जोर देने के लिए जाना जाता है।
राज्य बोर्ड
भारत में प्रत्येक राज्य का अपना शिक्षा बोर्ड है जो बोर्ड परीक्षा आयोजित करता है। ये बोर्ड अपना स्वयं का पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न निर्धारित करते हैं, हालांकि वे आम तौर पर संरचना में समान होते हैं।
यहाँ कुछ उदाहरण दिए गए हैं:
महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (MSBSHSE):
- कक्षा 10 के लिए SSC (माध्यमिक विद्यालय प्रमाणपत्र)।
- कक्षा 12 के लिए HSC (उच्चतर माध्यमिक प्रमाणपत्र)।
तमिलनाडु राज्य बोर्ड:
- कक्षा 10 के लिए SSLC (माध्यमिक विद्यालय छोड़ने का प्रमाणपत्र)।
- कक्षा 12 के लिए HSC (उच्चतर माध्यमिक प्रमाणपत्र)।
उत्तर प्रदेश बोर्ड (UP BOARD)
उत्तर प्रदेश बोर्ड (यूपी बोर्ड) भारत के सबसे बड़े शैक्षिक बोर्डों में से एक होने के नाते कक्षा 10 (हाई स्कूल) और कक्षा 12 (इंटरमीडिएट) की परीक्षाएं आयोजित करता है।
कर्नाटक माध्यमिक शिक्षा परीक्षा बोर्ड (KSEEB):
- कक्षा 10 के लिए SSLC।
- कक्षा 12 के लिए PUC (प्री-यूनिवर्सिटी कोर्स)।
पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (WBBSE):
- कक्षा 10 के लिए माध्यमिक परीक्षा।
- कक्षा 12 के लिए उच्चतर माध्यमिक परीक्षा, पश्चिम बंगाल उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद (WBCHSE) द्वारा आयोजित की जाती है।
अन्य बोर्ड
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS):
दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से अपनी शिक्षा पूरी करने के इच्छुक छात्रों के लिए लचीले शिक्षण अवसर प्रदान करता है।
कक्षा 10 और कक्षा 12 के समकक्ष माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक स्तर के लिए परीक्षा आयोजित करता है।
अंतर्राष्ट्रीय बोर्ड:
भारत में कुछ स्कूल अंतर्राष्ट्रीय बैकलॉरिएट (IB) और कैम्ब्रिज अंतर्राष्ट्रीय परीक्षा (CIE) जैसे अंतर्राष्ट्रीय पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं। ये भारतीय शिक्षा प्राधिकरणों द्वारा शासित नहीं हैं, लेकिन भारत और विदेशों में उच्च शिक्षा के उद्देश्यों के लिए मान्यता प्राप्त हैं।
परीक्षा पैटर्न और ग्रेडिंग
CBSE:
कक्षा 10 के लिए सतत और व्यापक मूल्यांकन (CCE) और कक्षा 12 के लिए वार्षिक परीक्षा प्रणाली पर आधारित ग्रेडिंग प्रणाली का पालन करता है।
CISCE:
ICSE और ISC दोनों परीक्षाओं के लिए प्रतिशत प्रणाली का उपयोग करता है।
राज्य बोर्ड:
आमतौर पर कक्षा 10 और कक्षा 12 दोनों परीक्षाओं के लिए प्रतिशत प्रणाली का उपयोग करते हैं, हालांकि सटीक पैटर्न भिन्न हो सकता है।
महत्व और प्रभाव
कॉलेज प्रवेश:
कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं में प्रदर्शन कॉलेज प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण है। भारत में कई विश्वविद्यालय और कॉलेज पात्रता के लिए प्राथमिक मानदंड के रूप में बोर्ड परीक्षा के अंकों का उपयोग करते हैं।
प्रतियोगी परीक्षाएँ:
- इन परीक्षाओं के अंक अक्सर JEE (इंजीनियरिंग के लिए) और NEET (मेडिकल के लिए) जैसी राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाओं के लिए पात्रता निर्धारित करते हैं।
- भारत में बोर्ड परीक्षाएँ एक छात्र की शैक्षणिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हैं, जो उनके उच्च शिक्षा के अवसरों को प्रभावित करती हैं
पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (WBBSE):
- कक्षा 10 के लिए माध्यमिक परीक्षा।
- कक्षा 12 के लिए उच्चतर माध्यमिक परीक्षा, पश्चिम बंगाल उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद (WBCHSE) द्वारा आयोजित की जाती है।
अन्य बोर्ड
- राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS):
- दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के इच्छुक छात्रों के लिए लचीले शिक्षण के अवसर प्रदान करता है।
- कक्षा 10 और कक्षा 12 के बराबर माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक स्तर के लिए मूल्यांकन आयोजित करता है।
अंतर्राष्ट्रीय बोर्ड:
भारत में कुछ संकाय अंतर्राष्ट्रीय बैकलॉरिएट (IB) और कैम्ब्रिज अंतर्राष्ट्रीय परीक्षा (CIE) जैसे अंतर्राष्ट्रीय पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं। ये भारतीय स्कूली शिक्षा सरकार द्वारा शासित नहीं हैं, बल्कि भारत और विदेशों में उच्च शिक्षा उद्देश्यों के लिए निर्धारित हैं।
परीक्षा पैटर्न और ग्रेडिंग
CBSE:
कक्षा 10 के लिए निरंतर और व्यापक मूल्यांकन (CCE) और कक्षा 12 के लिए वार्षिक परीक्षा प्रणाली पर आधारित ग्रेडिंग मशीन का अनुसरण करता है।
CISCE:
ICSE और ISC दोनों परीक्षाओं के लिए प्रतिशत उपकरण का उपयोग करता है।
राज्य बोर्ड:
आमतौर पर कक्षा 10 और कक्षा 12 की प्रत्येक परीक्षा के लिए प्रतिशत उपकरण का उपयोग करते हैं, हालांकि सटीक नमूना भिन्न हो सकता है।
महत्व और प्रभाव
कॉलेज प्रवेश:
कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं में प्रदर्शन विश्वविद्यालय प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण है। भारत में कई विश्वविद्यालय और कॉलेज पात्रता के लिए बोर्ड परीक्षा रैंकिंग को प्राथमिक मानदंड के रूप में उपयोग करते हैं।
प्रतियोगी परीक्षाएँ:
इन परीक्षाओं में प्राप्त अंक अक्सर JEE (इंजीनियरिंग के लिए) और NEET (मेडिकल के लिए) जैसे राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाओं के लिए पात्रता निर्धारित करते हैं।
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